प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) पर हिन्दू धर्म में समाहित ‘शक्ति’ के विनाश का ऐलान करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में नारी और शक्ति का हर उपासक उसे इसका जवाब देगा। यहां एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘कल मुंबई में इंडी अलायंस की तरफ से एक खुला ऐलान किया गया है। वे लोग हिंदू धर्म में समाहित शक्ति को समाप्त करना चाहते हैं। हिंदू समाज जिन्हें शक्ति मानता है, उस शक्ति के विनाश का उन्होंने ऐलान कर दिया है। अगर शक्ति विनाश का उनका ऐलान है तो शक्ति उपासना का मेरा भी ऐलान है।’ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के समापन के अवसर पर मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित एक रैली में कहा था, ‘हिन्दू धर्म में शक्ति शब्द होता है। हम शक्ति से लड़ रहे हैं…एक शक्ति से लड़ रहे हैं। अब सवाल उठता है कि वह शक्ति क्या है? जैसे किसी ने यहां कहा कि राजा की आत्मा ईवीएम में है। सही है…सही है कि राजा की आत्मा ईवीएम में है… हिंदुस्तान की हर संस्था में है।
ईडी में है, सीबीआई में है, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में है।’ उन्होंने किसी नेता का नाम लिए बिना कहा कि इसी प्रदेश (महाराष्ट्र) के एक वरिष्ठ नेता कांग्रेस पार्टी छोड़ते हैं और उनकी मां सोनिया गांधी से ‘रो कर’ कहते हैं कि ‘मेरे में इन लोगों से… इस शक्ति से लड़ने की हिम्मत नहीं है… मैं जेल नहीं जाना चाहता।’ राहुल गांधी ने आगे कहा, ‘…और ये एक नहीं हैं। ऐसे हजारों लोग डराए गए हैं। क्या आप सोचते हो कि शिव सेना के लोग, एनसीपी के लोग ऐसे ही चले गए (भाजपा में)। नहीं…जिस शक्ति की मैं बात कर रहा हूं …उन्होंने उनका गला पकड़कर उनको भाजपा की ओर किया है और वह सब डरकर गए हैं।’ इस रैली में विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ यानी ‘इंडिया’ के घटक दल के सभी प्रमुख नेता मौजूद थे।
विपक्षी गठबंधन के नेता अक्सर केंद्र सरकार पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जैसी केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते रहे हैं। राहुल की इसी टिप्पणी को हथियार बना कर प्रधानमंत्री मोदी ने तेलंगाना में संपन्न अपनी रैली में भी विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधा था। शिवमोगा की रैली में मोदी ने कहा, ”मैं जब सार्वजनिक जीवन में आया… जब मैंने अपने समय का पल-पल और शरीर का कण-कण लोगों की सेवा के लिए समर्पित करने का संकल्प लिया तो मुझे इसी शक्ति ने ऊर्जा दी। आज भी मैं शक्ति की उपासना करता हूं, देश के कोटि-कोटि लोग हिंदू धर्म की इस शक्ति के उपासक हैं। मेरे लिए देश की नारी शक्ति, इसी शक्ति का प्रतिबिंब है।’ उन्होंने आरोप लगाया कि ‘इंडी अलायंस’ के लोग इस ‘शक्ति’ को ‘कुचलना और तबाह’ करना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री विपक्षी गठबंधन को अक्सर ‘इंडी’ गठबंधन कहते हैं। मोदी ने कहा, ‘इन्हें मां भारती की बढ़ती शक्ति से नफरत हो रही है। भारतीय नारी का उत्थान इन्हें पसंद नहीं है। शक्ति पर वार का मतलब है देश की माताओं-बहनों पर वार। नारी कल्याण की योजनाओं पर वार। मां भारती की शक्ति पर वार। यही शक्ति है जिसके अवतरण से भारत की भूमि से आतंक और अत्याचार का अंत होता है। इंडी ने इसी शक्ति को ललकारा है। कांग्रेस को इसका जवाब हर नारी और शक्ति का हर उपासक देगा। चार जून को पता लग जाएगा।’ प्रधानमंत्री ने बिना नाम लिए विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दल शिव सेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पर भी निशाना साधा और कहा कि कल शिवाजी पार्क में ‘शक्ति’ के विनाश का ऐलान हो रहा था तब वह सोच रहे थे कि बाला साहेब ठाकरे की आत्मा को कितना दुख पहुंचा होगा। उन्होंने कहा, …वह भी शिवाजी पार्क में। उस भूमि पर जहां का बच्चा जन्म से ‘जय भवानी, जय शिवाजी’ का जयकारा लगाता है।’
नारी को ‘शक्ति का प्रतिबिंब’ करार देते हुए मोदी ने कहा कि आजादी के बाद आज तक किसी सरकार ने महिला सशक्तीकरण पर इतना बल नहीं दिया जितना उनके नेतृत्व में केंद्र सरकार ने दिया है। कांग्रेस को सत्ता के लिए किसी भी हद तक जाने वाली पार्टी करार देते हुए उन्होंने उसपर देश को जाति, धर्म, सम्प्रदाय, क्षेत्र और भाषा में बांटने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ”कांग्रेस ने सत्ता के लिए देश का बंटवारा भी कर दिया। इतने से संतोष नहीं हो रहा है। अब वह फिर देश को बांटने वाले खतरनाक खेल खेलने लगी है।’ मोदी ने कहा कि कर्नाटक के एक कांग्रेस सांसद ने देश को बांटने का बयान दिया लेकिन ऐसे सांसद को निकाल फेंकने के बजाय कांग्रेस उसका बचाव कर रही है। उन्होंने कहा, ‘कर्नाटक की जनता ऐसी राजनीति और ऐसे षड़यंत्रों को सफल नहीं होने देगी। ऐसी कांग्रेस को चुन-चुनकर साफ कर देना चाहिए। कांग्रेस के विभाजनकारी मंसूबों को ध्वस्त करना है।