पाकिस्तान का एकमात्र लक्ष्य है भारत के प्रति नफरत को बढ़ावा देना : प्रधानमंत्री मोदी

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को पाकिस्तान पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि उसका एकमात्र लक्ष्य भारत के प्रति नफरत को बढ़ावा देना और नुकसान पहुंचाना है, जबकि भारत गरीबी उन्मूलन और आर्थिक प्रगति के पथ पर दृढ़ता से आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने यहां एक विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सराहना की और कहा कि यह महज सैन्य कार्रवाई नहीं थी बल्कि ”भारत के लोकाचार और भावनाओं की अभिव्यक्ति” थी। भारत ने छह और सात मई की दरमियानी रात यह अभियान शुरू किया जिसके तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय भी शामिल हैं।

पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा 26 लोगों की गोली मारकर की गई हत्या का बदला लेने के लिए भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया। प्रधानमंत्री ने उपस्थित लोगों से कहा, ”इस तरह के आतंकी हमले के बाद भारत और मोदी कैसे चुप बैठ सकते हैं? जो कोई भी हमारी बहनों का सिंदूर मिटाने की हिमाकत करेगा, उसका निश्चित ही सफाया कर दिया जाएगा।” उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि मोदी से लड़ना इतना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई उस जिम्मेदारी का हिस्सा है जो देश के लोगों ने उन्हें 26 मई 2014 को ”प्रधान सेवक” बनाकर दी थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी ने देश की सशस्त्र सेनाओं के तीनों अंगों को खुली छूट दी और इसके योद्धाओं ने वह कर दिखाया जो दुनिया ने दशकों से नहीं देखा था।

उन्होंने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा, ”विभाजन के बाद अस्तित्व में आया यह देश भारत के प्रति नफरत पाले हुए है। यह केवल भारत को नुकसान पहुंचाना चाहता है। वहीं, भारत का लक्ष्य गरीबी उन्मूलन, आर्थिक विकास करना और विकसित राष्ट्र बनना है।” उन्होंने कहा, ”हमारी सरकार की नीति उन क्षेत्रों में विकास को ले जाने की है जो पिछड़े रह गए हैं।” प्रधानमंत्री ने लोगों से होली, दिवाली और गणेश पूजा जैसे त्योहारों के दौरान भारत में बने उत्पादों को खरीदने और उपयोग करने की जोरदार अपील की। मोदी ने कहा, ”क्या आपको नहीं लगता कि हमें आयातित उत्पादों का उपयोग बंद करना चाहिए? हमारे त्योहारों के दौरान, हम पटाखे और गणेश मूर्तियों जैसी आयातित वस्तुओं का उपयोग करते हैं (जो अच्छा नहीं है)।

हमारे देश की प्रगति सुनिश्चित करने के लिए, सभी को केवल भारत में बने उत्पादों को खरीदने का संकल्प लेना चाहिए।” प्रधानमंत्री ने कहा, ”हमारे देश की प्रगति के लिए जो कुछ भी आवश्यक है, वह सब भारत में ही उपलब्ध होना चाहिए।” मोदी ने गुजरात के दाहोद में लोकोमोटिव विनिर्माण संयंत्र सहित 24,000 करोड़ रुपये की लागत वाली विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने 9,000 अश्व शक्ति (एचपी) के देश के पहले लोकोमोटिव इंजन का अनावरण किया। साथ ही 21,405 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित रोलिंग स्टॉक वर्कशॉप का उद्घाटन किया। उन्होंने अहमदाबाद-वेरावल वंदे भारत सेवा और वलसाड-दाहोद एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई और उपस्थित लोगों को बताया कि देश भर में 70 मार्गों पर अब अत्याधुनिक वंदे भारत ट्रेनें परिचालित हो रही हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, ”एक समय था जब भारत को इंजन और डिब्बे आयात करने पड़ते थे। आज हम भारत में इनका निर्माण करते हैं और दूसरे देशों को निर्यात करते हैं।” अहमदाबाद के साबरमती स्टेशन और वेरावल स्टेशन के बीच दिन में वंदे भारत सेवा शुरू की गई। इससे उन श्रद्धालुओं को सुविधा होगी जो गिर सोमनाथ जिले के प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर में दर्शन करने जाते हैं। मोदी ने यह भी कहा कि गुजरात में रेलवे लाइनों का 100 प्रतिशत विद्युतीकरण हो चुका है। इससे पहले दिन में, प्रधानमंत्री ने वडोदरा में एक भव्य रोड शो किया, जहां उत्साही भीड़ ने उनका स्वागत किया। वहां उपस्थित लोगों में कर्नल सोफिया कुरैशी के परिवार के सदस्य भी थे। मोदी ने गुजरात की अपनी दो दिवसीय यात्रा की शुरुआत वडोदरा हवाई अड्डे से शहर के बाहरी इलाके में स्थित वायुसेना स्टेशन तक रोड शो के साथ की। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में जानकारी देने के लिए नियमित संवाददाता सम्मेलन करने के कारण सुर्खियों में रहीं कर्नल सोफिया कुरैशी के परिवार के सदस्य भी प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए एकत्र उत्साही भीड़ में मौजूद थे। कर्नल कुरैशी वडोदरा से हैं और उनके माता-पिता, बहन शायना सुनसारा और भाई मोहम्मद संजय कुरैशी भी रोड शो में मौजूद थे।