कांग्रेस ने ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ योजना की 17वीं किस्त जारी किए जाने से पहले इसकी खबरों को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर मंगलवार को निशाना साधते हुए कहा कि यह किसानों को ‘प्रसाद’ नहीं दिया जा रहा, बल्कि यह उनका वैध अधिकार है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि गत नौ जून को ‘एक तिहाई प्रधानमंत्री’ ने जैसे ही पदभार संभाला, तब खबरें थीं कि जिस पहली फाइल पर प्रधानमंत्री ने हस्ताक्षर किए हैं, वह ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ की 17वीं किस्त जारी करने से संबंधित है। रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ”आज फिर खबरों का वही शीर्षक सब जगह है – ‘एक तिहाई’ प्रधानमंत्री ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ की 17वीं किस्त जारी करेंगे। इस तरह सुर्खियों को ‘रिसाइकल’ किया जाता है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ” ‘नॉन बायोलॉजिकल’ प्रधानमंत्री किसानों को कोई प्रसाद नहीं दे रहे हैं। यह उनका वैध अधिकार और हक है।” प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा करेंगे। लगातार तीसरे कार्यकाल में प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनका पहला वाराणसी दौरा होगा। प्रधानमंत्री इस यात्रा के दौरान ‘प्रधानमंत्री-किसान सम्मान सम्मेलन’ में भाग लेंगे और 9.26 करोड़ किसानों के लिए 20,000 करोड़ रुपये की राशि जारी करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने तीसरी बार शपथ ग्रहण के बाद जिस पहली फाइल पर हस्ताक्षर किए थे, वह ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ की 17वीं किस्त जारी करने से संबंधित थी। सरकार के एक बयान के अनुसार, इस प्रतिबद्धता को जारी रखते हुए, मोदी प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत लगभग 9.26 करोड़ लाभार्थी किसानों के लिए 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की किस्त जारी करेंगे।