कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ का नारा पूरे देश में प्रभावी सिद्ध हुआ है और पार्टी इसे ”और भी प्रभावशाली तरीकों से” स्थापित करेगी। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी दो दिवसीय दौरे पर अपनी संसदीय क्षेत्र रायबरेली पहुंचे हैं। इससे पहले वह दिन में लखनऊ के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डा पहुंचे, जहां कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत किया। एक कार्यक्रम स्थल में प्रवेश करने से पहले पत्रकारों से बातचीत में गांधी ने कहा, ”मुख्य नारा ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ है और यह पूरे देश में प्रभावी सिद्ध हुआ है। आने वाले समय में हम इसे बार-बार और भी प्रभावशाली तरीकों से साबित करेंगे।
देदौली में हरचंदपुर विधानसभा के पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, गांधी ने महाराष्ट्र और कर्नाटक में कथित “वोट चोरी” की घटनाओं का ज़िक्र किया। हालांकि मीडिया को कार्यक्रम में जाने की अनुमति नहीं थी, लेकिन ‘पीटीआई-भाषा’ को पता चला है कि कांग्रेस नेता ने कहा कि लोकसभा चुनावों के बाद हुए महाराष्ट्र और कर्नाटक विधानसभा चुनावों में वोट चोरी के “स्पष्ट” सबूत मौजूद हैं। एक सूत्र ने गांधी के हवाले से कहा, “महाराष्ट्र में हमारी पार्टी और हमारा गठबंधन लोकसभा में जीता, और चार महीने बाद विधानसभा में हमारा सफाया हो गया। जब हमने जांच की, तो पता चला कि लोकसभा चुनावों के बाद लगभग एक करोड़ नए मतदाता चुनाव प्रणाली में शामिल हुए थे। हमारे और हमारे सहयोगियों के वोट वही रहे, लेकिन सभी नए वोट भाजपा को मिले।”
सूत्र के अनुसार गांधी ने कहा कि कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना को मिले वोटों में कोई बदलाव नहीं आया, लेकिन भाजपा के मतों में “भारी उछाल” आया, क्योंकि हर नया मतदाता उसके पक्ष में गया। कांग्रेस सांसद ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग से इस मामले की जांच करने और यह बताने को कहा है कि चार महीनों में एक करोड़ नए मतदाता कैसे जुड़े। कांग्रेस नेता के हवाले से एक सूत्र ने कहा, “आयोग ने इनकार कर दिया, कहा कि वे हमें सूची नहीं देंगे और न ही कोई वीडियो उपलब्ध कराएंगे।” गांधी ने आरोप लगाया कि चुनावों के बाद कर्नाटक में भी इसी प्रकार की अनियमितताएं सामने आईं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बेंगलुरु मध्य के एक विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की जांच की, जहां दो लाख नकली मतदाता पाए गए, जिससे वहां भाजपा की जीत सुनिश्चित हुई। बैठक में गांधी ने कहा, ”बेंगलुरू मध्य में सात विधानसभा सीट हैं।
हमारे कार्यकर्ताओं ने सिर्फ एक की पड़ताल में चार महीने बिताए और उन्हें यह मिला। ” भाजपा पर वोट चुराने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं सिर्फ़ बेंगलुरु या महाराष्ट्र तक ही सीमित नहीं हैं। सूत्र के अनुसार गांधी ने कहा, “उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश और गुजरात में भी यह बड़े पैमाने पर हुआ है। धीरे-धीरे, हम आपके सामने सारे सबूत पेश कर रहे हैं।” बिहार में अपने हालिया चुनावी दौरे का ज़िक्र करते हुए, गांधी ने यह भी दावा किया कि वहां भी इसी तरह की अनियमितताएं देखी गईं। उन्होंने आरोप लगाया, “कुछ लोग जो जीवित हैं, उनके नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। रिकॉर्ड में उन्हें जीवित नहीं माना जा रहा है।” पार्टी नेताओं ने कहा कि दौरे के दौरान गांधी विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे और विकास परियोजनाओं की समीक्षा करेंगे।
रायबरेली में राहुल गांधी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव और समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव की तस्वीरों वाले पोस्टर लगाए गए, जिन पर लिखा था ”भारत की अंतिम आशा, कलयुग के ब्रह्मा, विष्णु, महेश।” कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि राहुल गांधी के दौरे से पार्टी कार्यकर्ताओं और राज्य के लोगों में नया उत्साह आया है। उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ”आज लोगों में उत्साह और खुशी की लहर है। हमारे नेता ने देश में हो रही ‘वोट चोरी’ का पूरी तरह से पर्दाफाश कर दिया है। पूरा देश उन पर गर्व महसूस कर रहा है।” राय ने यह भी कहा कि राहुल गांधी की मौजूदगी ने पूरे उत्तर प्रदेश में कांग्रेस समर्थकों का मनोबल बढ़ाया है। कांग्रेस की जिला इकाई के अध्यक्ष पंकज तिवारी ने बताया कि राहुल गांधी सबसे पहले हरचंदपुर में पार्टी के पूर्व पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद वह गोरा बाजार चौराहे पर अशोक स्तंभ का उद्घाटन करेंगे और शहर के एक होटल में प्रजापति समुदाय के सदस्यों से बातचीत करेंगे।
उन्होंने बताया कि बाद में, राहुल गांधी महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत बने एक पार्क का निरीक्षण करने के लिए मूलीहामऊ गांव जाएंगे। शाम को वह ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे और ऊंचाहार स्थित ‘एनटीपीसी’ अतिथिगृह में रात्रि विश्राम करेंगे। बृहस्पतिवार को, राहुल गांधी कांग्रेस नेताओं और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से मिलेंगे। इसके बाद वह जिलाधिकारी कार्यालय स्थित बचत भवन में होने वाली जिला सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक में भाग लेंगे।