बड़े उद्योगपतियों के लिए रास्ता साफ करने के वास्ते जीएसटी, नोटबंदी को हथियार बनाया गया : राहुल गांधी

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लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बुधवार को केंद्र की ‘मेक इन इंडिया’ पहल पर सवाल उठाया और आरोप लगाया कि अदाणी और अंबानी जैसे बड़े उद्योगपतियों के लिए रास्ता साफ करने के वास्ते वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और नोटबंदी को हथियार के रूप में इस्तेमाल किया गया। जम्मू जिले के 11 विधानसभा क्षेत्रों से कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) गठबंधन के उम्मीदवारों के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने भाजपा पर विरोधियों को डराने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और आयकर (आईटी) जैसी केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। जम्मू जिले के साथ छह अन्य जिलों में एक अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण में मतदान होगा।

कांग्रेस नेता ने रैली को संबोधित करते हुए दावा किया, ”वे (भाजपा) ‘मेक इन इंडिया’ और रक्षा उद्योग की बात कर रहे हैं, लेकिन हकीकत यह है कि सारे ठेके अदाणी जैसे लोगों को मिल रहे हैं। एक इजराइली कंपनी हथियार बना रही है और अदाणी अपना ‘लेबल’ चिपका रहे हैं।” उन्होंने कहा, ”इजराइल की कंपनी ड्रोन बना रही है लेकिन लेबल अदाणी का है। वे कहते हैं कि ये ‘मेड इन इंडिया’ है लेकिन ऐसा कैसे? ये ‘मेड इन इंडिया’ नहीं बल्कि इजराइल के बनाए हथियार हैं, और पूरे देश में यही हाल है।” उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार केवल अदाणी और अंबानी जैसे अरबपतियों के लिए काम कर रही है। राहुल गांधी ने कहा, ”जीएसटी जम्मू के उद्यमियों और छोटे एवं मध्यम व्यवसायों को निशाना बनाने का एक हथियार था। उसी तरह नोटबंदी को भी हथियार के रूप में इस्तेमाल किया गया।” उन्होंने आरोप लगाया, ”ये नीतियां नहीं बल्कि हथियार हैं और इसका लक्ष्य अदाणी और अंबानी जैसे लोगों के लिए रास्ते साफ करना था।

गलत जीएसटी कार्यान्वयन और नोटबंदी ने देश भर में लाखों छोटे व्यवसायों को बर्बाद कर दिया।” उन्होंने कहा कि कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में हवाई अड्डे, बंदरगाह, सड़कें, रक्षा हथियार और यहां तक कि सेब भी अदाणी के नियंत्रण में हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ”पहले कश्मीरी सेब जम्मू से होकर देश के बाकी हिस्सों में जाता था। अब यह अदाणी के हाथ में है जो हिमाचल प्रदेश के सेब उद्योग पर भी नियंत्रण रखते हैं। यही स्थिति हर उद्योग में है।” उन्होंने आरोप लगाया, ”हमारे यहां हवाई अड्डे पर ‘अदाणी टैक्स’ है और अंबानी का ‘मोबाइल टैक्स’ है। अगर आप सड़क पर चलना चाहते हैं तो कर अदाणी को जाता है, अनाज की पैदावार अदाणी संभालते हैं, सेना द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले हथियारों और गोलियों पर कर अदाणी को जाता है।

यह कब तक चलेगा?” गांधी ने आरोप लगाया कि यदि कोई हवाई अड्डा किसी और द्वारा संचालित किया जा रहा है, तो सरकार सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल करके उसे अदाणी को सौंपने के लिए मजबूर कर रही है। उन्होंने भाजपा नीत सरकार पर अदाणी और अंबानी जैसे 25 उद्योगपतियों का 16 लाख करोड़ रुपये से अधिक का ऋण माफ करने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने कहा कि लेकिन, जम्मू के व्यापारियों या किसानों, शिक्षा ऋण लेने वाले युवाओं और अपने इलाज पर भारी रकम खर्च करने वाले मरीजों को ऐसी कोई रियायत नहीं दी गई। उन्होंने कहा, ”अगर आप बैंक से ऋण लेते हैं और पैसे नहीं लौटाते हैं तो आपको जेल में डाल दिया जाता है।” कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि ”जटिल जीएसटी को केवल जबरन वसूली के लिए बनाया है।” उन्होंने आरोप लगाया, ”अगर आप कुछ भी गलत करते हैं तो ईडी, सीबीआई, जीएसटी और आयकर जैसी केंद्रीय एजेंसियां आती हैं और पैसे लेकर चली जाती हैं। भाजपा शासन के तहत देश में यही व्यवस्था चल रही है।” जम्मू पहुंचने पर पेशेवरों के एक समूह के साथ अपनी बातचीत का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि एक लड़की ने उन्हें बताया कि इत्र या खुशबू का एक छोटा सा व्यवसाय शुरू करने का उसका सपना टूट गया, क्योंकि सरकार उसे अपने वादे अनुसार सहायता देने में विफल रही।