नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को विभिन्न मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा और दावा किया कि प्रधानमंत्री को यह पता चल गया है कि लोकसभा चुनाव में उनका ”बाय-बाय” होने जा रहा है। उन्होंने यहां एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी को सीधी बहस की चुनौती दी और यह भी कहा कि मोदी उनके साथ कभी बहस नहीं कर सकेंगे क्योंकि उनसे अडाणी के रिश्ते, ‘अग्निपथ’ योजना, चीन के अतिक्रमण, कोरोना संकट के बारे में सवाल किए जाएंगे। राहुल गांधी ने उम्मीद जताई कि दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीट पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार जीत हासिल करेंगे। उन्होंने कहा, “कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तीन सीट पर अपनी पार्टी को वोट देना है और चार सीट पर आम आदमी पार्टी का समर्थन करना है। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को तीन सीट पर कांग्रेस का (चुनाव चिह्न वाला) बटन दबाना है और चार पर अपनी पार्टी का बटन दबाना है।” कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता इस चुनाव में एक साथ आए हैं क्योंकि हमारा लक्ष्य संविधान को बचाने का है।
राहुल गांधी ने दावा किया कि भाजपा के कई नेताओं ने खुलकर कहा है कि उन्हें मौका मिलेगा तो संविधान को फाड़ कर फेंक देंगे। उन्होंने कहा, “पहला काम इस संविधान की रक्षा करना है क्योंकि यही आपका भविष्य और यही आपका सपना है, आपके दिल की आवाज है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने सिर्फ 22-25 उद्योगपतियों के लिए काम किया है। राहुल गांधी ने कहा, “मैं छोटे व्यापारियों से पूछना चाहता हूं कि नरेन्द्र मोदी ने 10 साल में आपके लिए क्या किया है? चांदनी चौक दिल्ली के व्यापारियों के लिए क्या काम किया है? उन्होंने कहा कि नोटबंदी से छोटे व्यापारियों का नुकसान हुआ, हजारों कारोबार बंद हो गए तथा गलत ढंग से जीएसटी लागू गई जिसके कारण भी बहुत बड़ा नुकसान हुआ। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने छोटे व्यापारियों का एक रुपया माफ नहीं किया, लेकिन अंबानी, अडाणी और कई उद्योगपतियों के 16 लाख करोड रुपये माफ कर दिए। उन्होंने आरोप लगाया कि रेलवे और सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण किया जा रहा है। राहुल गांधी ने दावा किया की देशभक्ति के प्रतीक लाल किले का भी ठेका किसी को दे दिया गया। उन्होंने कहा, “दो-तीन बुद्धिजीवी और पत्रकारों ने मुझे चिट्ठी लिखी और मोदी जी को चिट्ठी लिखी।
उन्होंने कहा कि मोदी जी, लोकतंत्र में बहस होनी चाहिए, आपको राहुल गांधी के साथ बहस करनी चाहिए।” उनका कहना था, “मैं बहस के लिए तैयार हूं, नरेन्द्र मोदी कहीं भी, किसी भी समय बहस कर सकते हैं। नरेन्द्र मोदी जी मेरे साथ बहस नहीं करेंगे क्योंकि उससे पहले सवाल यही होगा कि अडाणी जी के साथ आपका क्या रिश्ता है? राहुल गांधी ने कहा कि जब चुनावी बॉण्ड के बारे में नरेन्द्र मोदी से सवाल किया जाएगा तो वह फंस जाएंगे, तीन काले कानून के बारे में भी सवाल किए जाएंगे। राहुल गांधी ने कहा कि बहस में मोदी से यह सवाल भी किया जाएगा कि जब कोरोना में लोगों की मौत हो रही थी तो आपने ताली-थाली बजाने के लिए क्यों कहा? उनके मुताबिक, बहस में प्रधानमंत्री मोदी से चीन के अतिक्रमण और सेना में भर्ती की ‘अग्निपथ’ योजना के बारे में भी सवाल किए जाएंगे। राहुल गांधी ने दावा किया इन सब सवालों के चलते नरेन्द्र मोदी के उनके साथ बहस नहीं कर पाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि कि प्रधानमंत्री पहले नफरत फैलाते थे, लेकिन पिछले दिनों एक पत्रकार ने उनका इंटरव्यू किया तो उन्होंने कहा कि ईद के दिन मुसलमान भाई उनके घर खाना भेजते थे। उन्हें कटाक्ष करते हुए कहा, ” मोदी जी, आप तो कहते थे कि आप शाकाहारी हैं।
उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी को पता चल गया है कि उनका ‘बाय-बाय’ होने जा रहा है। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री की एक टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा कि अगर कांग्रेस को टैम्पो से पैसे मिल रहे हैं तो फिर इस मामले की जांच कराई जाए। उन्होंने कहा कि एक साथ खड़े होकर ‘मेड इन चाइना’ का मुकाबला करना है और ‘मेड इन इंडिया’, ‘ मेड इन चांदनी चौक ‘ और ‘मेड इन न्यू डेल्ही’ बनाना है। राहुल गांधी ने अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अपने खिलाफ आवाज उठाने वालों को दबाने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करती है। उन्होंने हाल ही में कांग्रेस छोड़ने वाले दिल्ली के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली का नाम लिए बगैर कहा कि जो लोग डरपोक हैं, वह चले जाए तो बेहतर है क्योंकि कांग्रेस को बब्बर शेर लोगों की जरूरत है।