भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई ने ‘आप’ सरकार की रद्द की जा चुकी आबकारी नीति को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग करते हुए शहर के विभिन्न इलाकों में विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा ने भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच मंगलवार को दिल्ली मंत्रिमंडल से मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के इस्तीफे को सच्चाई व पार्टी कार्यकर्ताओं की जीत करार दिया था। उन्होंने केजरीवाल के इस्तीफे की भी मांग की है। भाजपा सदस्यों ने बुधवार को आईटीओ गोलचक्कर के पास विरोध प्रदर्शन करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री से इस्तीफा देने की मांग की।
दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने पूछा कि अगर केजरीवाल के मुताबिक उनके मंत्री निर्दोष हैं तो उच्चतम न्यायालय ने उन्हें कोई राहत क्यों नहीं दी और उनके इस्तीफे क्यों स्वीकार कर लिए गए। उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्ष में, आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के जिन मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है, उनमें से अधिकांश पर भ्रष्टाचार के आरोप” हैं। केजरीवाल को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने भी ‘आप’ पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि केजरीवाल आबकारी नीति में हुए पूरे घोटाले के सूत्रधार हैं।
उन्होंने कहा, पिछले नौ महीने से सत्येंद्र जैन से इस्तीफा क्यों नहीं लिया गया और अचानक मनीष सिसोदिया से इस्तीफा ले लिया गया। यह सबसे बड़ा घोटाला है और हम तब तक विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे जब तक मुख्यमंत्री इस्तीफा नहीं दे देते। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 2021-22 की शराब नीति बनाने और उसे लागू करने में कथित भ्रष्टाचार के आरोप में रविवार को उपमुख्यमंत्री सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया था। जैन फिलहाल धनशोधन मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं। दिल्ली की एक विशेष अदालत ने सिसोदिया को पांच दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया है।