नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) द्वारा सरकार गठन के प्रयास शुरू किए जाने के बीच केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं ने बृहस्पतिवार को एक बैठक कर आगे की रणनीति को लेकर विचार-विमर्श किया। यह बैठक भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा के आवास पर हो रही है। पार्टी नेताओं के मुताबिक, इस बैठक में भावी मंत्रिपरिषद के गठन में राजग के घटक दलों की भागीदारी सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा होनी है। राजग सांसदों की शुक्रवार को एक बैठक होने की संभावना है, जिसमें मोदी को औपचारिक रूप से नेता चुना जाएगा।
इस सप्ताहांत मोदी के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने की संभावना है। गठबंधन सरकार के मुखिया के रूप में तीसरी बार शपथ लेने की तैयारी कर रहे मोदी ने बुधवार को सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों की एक बैठक की अध्यक्षता की थी, जिन्होंने उन्हें सर्वसम्मति से अपना नेता चुना था। भाजपा के सहयोगी दल जनता दल (यूनाइटेड) के नेताओं ने भी पार्टी अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ सरकार गठन और उसमें अपनी भूमिका को लेकर विचार-विमर्श किया। जद (यू) ने हालांकि इस मुद्दे पर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है, लेकिन सूत्रों ने कहा कि बिहार में अपनी स्थिति सुदृढ़ करने के लिए वह कुछ प्रमुख मंत्री पद प्राप्त करना चाह रही है।
पिछले कुछ वर्षों में राज्य में उसकी राजनीतिक ताकत कमजोर हुई है। राज्य विधानसभा में वह राष्ट्रीय जनता दल और भाजपा के बाद तीसरे स्थान पर है। इस बार लोकसभा चुनाव में जद (यू) का प्रदर्शन ठीक रहा है। उसने 12 सीटों पर जीत दर्ज की है। तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) की 16 सीटों के बाद जद (यू) भाजपा की दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी है। नई सरकार के अस्तित्व के लिए भाजपा को इन दोनों दलों पर निर्भर रहना होगा।