नई दिल्ली। उत्तर पश्चिम भारत में शुक्रवार को भीषण गर्मी पड़ी तथा राष्ट्रीय राजधानी के नजफगढ़ इलाके में पारा 47.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया और यह देश में सबसे गर्म स्थान रहा। राजस्थान में 19, हरियाणा में 18, दिल्ली में आठ और पंजाब में दो स्थानों पर पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में उष्ण लहर जारी रहने की आशंका है। उष्ण लहर की स्थिति तब मानी जाती है जब मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान कम से कम 40 डिग्री सेल्सियस, तटीय क्षेत्रों में 37 डिग्री और पहाड़ी क्षेत्रों में 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है और सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा होता है। यदि पारा सामान्य से 6.4 डिग्री से अधिक हो तो भीषण उष्ण लहर की स्थिति घोषित की जाती है।
शुक्रवार को नजफगढ़ में अधिकतम तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस और हरियाणा के सिरसा में 47.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के शाम 7:30 बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक, नजफगढ़ देश का सबसे गर्म स्थान था। दिल्ली में मुंगेशपुर में पारा 46.5 डिग्री, आयानगर में 46.2 डिग्री, पूसा और जाफरपुर में 45.9 डिग्री, पीतमपुरा में 45.8 डिग्री और पालम में 45.1 डिग्री रहा। वहीं हिमाचल की निचली और मध्य पहाड़ियों में तापमान बढ़ा है तथा प्रदेश के ऊना में अधिकतम पारा 43.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया जो प्रदेश का सबसे गर्म इलाका रहा। आईएमडी ने दिल्ली के लिए अपने पूर्वानुमान में कहा है कि शनिवार को दिन के समय 25 से 35 किमी प्रति घंटे की गति से तेज सतही हवा चल सकती हैं तथा मुख्य रूप से आसमान साफ रह सकता है।
आईएमडी ने चेतावनी दी कि 18-21 मई के दौरान राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के कुछ हिस्सों में भीषण उष्ण लहर की स्थिति होने के आसार हैं। शनिवार से पूर्वी और मध्य भारत में उष्ण लहर फिर चल सकती है। मौसम कार्यालय ने पश्चिमी राजस्थान के लिए रेड अलर्ट जारी किया, जिसमें “संवदेनशील लोगों के लिए अत्यधिक देखभाल” की आवश्यकता पर बल दिया गया। आईएमडी ने हरियाणा, पंजाब, पूर्वी राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और गुजरात के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया और शिशुओं, बुजुर्गों और पहले से बीमारियों से पीड़ित लोगों सहित संवेदनशील लोगों के लिए “उच्च स्वास्थ्य चिंता” जाहिर की। विभाग ने चेतावनी दी है कि लंबे समय तक धूप में रहने या खुले में भारी काम करने से लोगों के बीमार पड़ने की आशंका है। मौसम कार्यालय ने मई में पूर्वानुमान जताया था कि उत्तर के मैदानी इलाकों और मध्य भारत में सामान्य से ज्यादा दिन तक उष्ण लहर की स्थिति हो सकती है।