तेजस्वी को बिहार की जनता को ‘बड़े-बड़े’ चुनावी वादे कर मूर्ख बनाना बंद करना चाहिए: भाजपा

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को राजद नेता तेजस्वी यादव पर बड़े-बड़े चुनावी वादे करके बिहार के लोगों को मूर्ख बनाने का आरोप लगाया और प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी पर भी निशाना साधा। पार्टी ने लोगों से ‘महागठबंधन की चाल या किसी भी नयी प्रयोगात्मक राजनीति’ में फंसने के बजाय राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के ‘जांचे-परखे’ नेतृत्व को अपना जनादेश देने का आह्वान किया। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने यादव के चुनावी वादों को एक ‘क्रूर मजाक’ करार दिया और उन्होंने ऐसे ‘बड़े-बड़े वादे’ करने के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता की ‘नीयत’ पर सवाल उठाए, जिसके लिए बिहार सरकार के वर्तमान बजट से कहीं अधिक धन की आवश्यकता होगी।

त्रिवेदी ने यहां भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘उन्होंने वादा किया है कि वह हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देंगे। मौजूदा अनुमानों के अनुसार, बिहार की आबादी लगभग 13.5 करोड़ है… जिन परिवारों के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी (जैसा कि यादव ने वादा किया है) उनकी संख्या लगभग 2.90 करोड़ होगी। इनका वेतन 30,000 रुपये से दो लाख रुपये तक होगा।’ उन्होंने कहा, ‘यदि उनका अनुमानित औसत वेतन 75,000 रुपये के आसपास आता है, तो इस मद में व्यय लगभग 29 लाख करोड़ रुपये आएगा, जबकि बिहार का वर्तमान बजट लगभग 3,17,000 करोड़ रुपये है।’

त्रिवेदी ने कहा, ‘तेजस्वी यादव, आप बुद्ध की धरती बिहार के लोगों को बुद्धू बनाना बंद करें।’ भाजपा नेता ने लोगों से समझदारी से काम लेने और राजद के ऐसे वादों में न फंसने की अपील की। उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे राजद नेता पर निशाना साधते हुए कहा, ‘जब तेजस्वी यादव ने कहा कि 10 लाख से 20 लाख लोगों को नौकरी दी जायेगी, तो उनके मनोभाव को समझिए। ऐसा कहने से उनका मतलब था कि 10 लाख और 20 लाख रुपये में नौकरी दी जाएगी। और अगर ऐसा संभव नहीं हुआ, तो वह जमीन ले लेंगे।’ जन सुराज पार्टी के उम्मीदवारों को भाजपा के वरिष्ठ नेताओं द्वारा धमकाए जाने के आरोप पर त्रिवेदी ने कहा, ‘जो लोग अपनी ही पार्टी में विश्वास पैदा नहीं कर पाए, वे जनता का भरोसा कैसे हासिल कर पाएंगे?

जन सुराज एक नया विचार पेश करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन दिल्ली के लोग पहले ही इस तरह के विचार से त्रस्त हो चुके हैं और यह संदेश दे चुके हैं कि किसी भी नयी प्रयोगात्मक राजनीति की कोई गुंजाइश नहीं है। इस तरह की राजनीति नुकसानदेह हो सकती है।’ उन्होंने दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में राजधानी में हुए कथित घोटालों का हवाला देते हुए कहा, ‘यह साबित हो गया है।’ भाजपा नेता ने कहा कि बिहार के लोगों को अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करते हुए यह समझ लेना चाहिए कि इस बार किसी नये प्रयोग की कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने कहा, ‘वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैसे जांचे-परखे हुए नेताओं पर भरोसा दिखाएंगे। यह हमारा विश्वास है।’ त्रिवेदी ने महिलाओं और लड़कियों के कल्याण के लिए राजग सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों को सूचीबद्ध किया और प्रधानमंत्री मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री के ‘व्यवस्थित, सुसंगत और व्यावहारिक दृष्टिकोण’ को इसका श्रेय दिया। उन्होंने बिहार में आगामी चुनावों में लोगों से राजग को वोट देने का आह्वान किया।