केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने सोमवार को लोकसभा को बताया कि बिहार के किशनगंज में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) की शाखा स्थापित करने के बारे में किसी प्रक्रिया की जानकारी नहीं मिली है और वर्ष 2010 में इसके बारे में असत्य बातें कही गईं। लोकसभा में प्रश्नकाल में कांग्रेस के मोहम्मद जावेद ने किशनगंज में एएमयू की शाखा स्थापित करने को लेकर कोष जारी करने के बारे में जानकारी मांगी थी। प्रधान ने पूरक प्रश्न के उत्तर में बताया कि सांसद ने किशनगंज में एएमयू की विस्तारित शाखा स्थापित करने के बारे में उनसे बात की थी। उन्होंने कहा कि इसके बाद उन्होंने फाइल को पढ़ा, लेकिन इसमें एएमयू की शाखा स्थापित करने को लेकर किसी प्रक्रिया का ब्यौरा नहीं मिला जो एक बुनियादी चीज होती है।
शिक्षा मंत्री ने कहा, मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ सदन को बताना चाहता हूं कि वर्ष 2010 में जिसने भी सीमांचल (किशनगंज) में एएमयू की शाखा स्थापित किये जाने को लेकर सपना दिखाया, उन्होंने अधूरा सपना दिखाया। उन्होंने कहा कि सीमांचल में एएमयू की शाखा स्थापित करने को लेकर असत्य बातें कही गईं, आधी-अधूरी बातें कही गईं। प्रधान ने कहा, मैं इस इलाके मे गया हूं और इस इलाके की जरूरत को समझता हूं। लेकिन इस विषय पर चाहकर भी मदद नहीं कर पा रहे हैं।
इस बारे में लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के टोका-टोकी करने पर प्रधान ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय एक स्वायत्त संस्था है। उन्होंने कहा कि इसकी दो शाखाएं मुर्शिदाबाद और मल्लपुरम में खोली गयी हैं और इसके लिये उपयुक्त प्रक्रिया को पूरा किया गया है। उन्होंने कहा कि लेकिन किशनगंज में एएमयू की शाखा खोलने के बारे में गलत तरीके से बातें कही गईं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस बारे में राजनीति करनी है तो ऐसी बातों का कोई अंत नहीं है।