कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ के विरोध में प्रदर्शन के दौरान उसकी लोकसभा सदस्य ज्योतिमणि के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने बदसलूकी की। पार्टी के इस आरोप पर फिलहाल दिल्ली पुलिस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ज्योतिमणि का एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, ”महिला विरोधी मोदी सरकार की पुलिस द्वारा महिला सांसदों के कपड़े फाड़ना, घसीटना निम्न स्तरीय व शर्मनाक हरकत है। क्या देश में सवाल पूछना, जनता की लड़ाई लड़ना गुनाह है?अगर गुनाह है तो हम ये गुनाह करते रहेंगे, देशवासियों के लिए लड़ते रहेंगे।
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यही वीडियो साझा करते हुए एक फेसबुक पोस्ट में कहा, ”जो जनप्रतिनिधि देश के नागरिकों के कष्टों को संसद के पटल पर रखते हैं, उन्हीं के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। असल में यह असंसदीय है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने ट्वीट किया, ”प्रधानमंत्री जी, ये सांसद जनता द्वारा चुनकर भेजे गए हैं। महंगाई, बेरोजगारी के मुद्दों पर सवाल जनता के सवाल हैं।सवाल पूछने पर महिला सांसदों के कपड़े फाड़ना, उन्हें घसीटना हद दर्जे की क्रूरता है। लोकतंत्र में आपको मुद्दों पर सवाल तो सुनने पड़ेंगे। सवालों से इतना घबराए हुए क्यों हैं?
खुद ज्योतिमणि ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को टैग करते हुए ट्वीट किया, माननीय लोकसभा अध्यक्ष जी, हमने महंगाई और जीएसटी के मुद्दे को उठाने के अलावा कुछ ऐसा नहीं किया जिससे सदन की गरिमा धूमिल हो, लेकिन हमें निलंबित कर दिया गया। क्या महिला सांसदों के साथ इस तरह का व्यवहार किया जाता है? क्या हम गरिमा के हकदार नहीं हैं? उन्होंने कहा, ”इससे हम झुकने वाले नहीं है। परंतु यह हम सभी के लिए शर्मनाक है।