हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मुख्य द्वार पर खालिस्तान के झंडे मिलने को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर विफल रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी ने इस घटना को एक बड़ी सुरक्षा विफलता करार देते हुए मांग की कि या तो हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तुरंत इस्तीफा दें अथवा केंद्र सरकार प्रदेश में उनकी सरकार को तत्काल बर्खास्त करे। आप ने कहा कि या तो केंद्र और हिमाचल प्रदेश की भाजपा सरकारें पूरी तरह से अक्षम हैं या भाजपा के नेता खालिस्तानियों के साथ हाथ मिला चुके हैं।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भाजपा पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, पूरी भाजपा एक गुंडे को बचाने में लगी है और उधर खालिस्तानी झंडे लगाकर चले गए जो सरकार विधानसभा न बचा पाए, वह जनता को कैसे बचाएगी। यह हिमाचल की आबरू का मामला है, देश की सुरक्षा का मामला है। भाजपा सरकार पूरी तरह विफल हो गई है। सिसोदिया भाजपा की दिल्ली इकाई के नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा के लिए संभवत: ऐसा कह रहे थे जिन्हें शुक्रवार को पंजाब पुलिस के एक दल ने मोहाली में दर्ज एक मामले में उनके दिल्ली स्थित आवास से गिरफ्तार किया था।
सिसोदिया ने कहा कि धर्मशाला में हिमाचल विधानसभा भवन के गेट के बाहर खालिस्तान के झंडे लगे होना राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित मामलों से निपटने और राज्य के लोगों के सम्मान को बनाए रखने में भाजपा सरकार के पूर्ण रूप से विफल होने का प्रमाण है। वहीं, भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आरोप लगाया कि आप खालिस्तानी एजेंडे को आगे बढ़ाने का काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि हिमाचल प्रदेश में आप की गतिविधियां बढ़ने के साथ ही खालिस्तानी गतिविधियों में भी इजाफा हो रहा है। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मुख्य द्वार पर लगाए गए खालिस्तान के झंडों को प्रशासन ने हटा दिया है और आपत्तिजनक नारों को मिटाने के लिए दीवारों को दोबारा रंगा गया है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि विधानसभा परिसर के प्रवेश द्वार पर खालिस्तानी झंडा लटकाया जाना एक बड़ी सुरक्षा विफलता है और इसके लिए या तो मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इस्तीफा दें या केंद्र सरकार हिमाचल प्रदेश में उनकी सरकार को बर्खास्त करे। सिसोदिया ने कहा, बेहद कड़ी सुरक्षा वाले हिमाचल विधासभा भवन पर खालिस्तानी झंडा सुरक्षा के लिहाज से बहुत बड़ी नाकामी है। हिमाचल के मुख्यमंत्री को तुरंत इस्तीफ़ा देना चाहिए या फिर केंद्र सरकार को तुरंत जयराम ठाकुर सरकार को बर्खास्त करना चाहिए।
आप ने ट्वीट किया, भाजपा को शर्म आनी चाहिए। हिमाचल और केंद्र में उसकी सरकार है। फिर भी कोई विधानसभा पर खालिस्तानी झंडा लगाकर चला जाता है, जिसका अर्थ है कि या तो वे (भाजपा) सरकार पूरी तरह से अक्षम हैं या वे खालिस्तानियों के साथ हाथ मिला चुके हैं। आम आदमी पार्टी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए आदेश गुप्ता ने एक बयान में आरोप लगाया, पंजाब चुनाव से पहले भी केजरीवाल खालिस्तानी प्रमुख के साथ उसके घर पर खाना खा रहे थे। अब, जब हिमाचल प्रदेश में चुनाव होने हैं, तो राज्य को बदनाम करने के लिए राज्य विधानसभा के बाहर खालिस्तानी झंडा लगाया गया।
गौरतलब है कि भाजपा ने हिमाचल प्रदेश में आम आदमी पार्टी के सोशल मीडिया प्रभारी हरप्रीत सिंह बेदी के कुछ वर्ष पहले किए गए ट्वीट को लेकर अरविंद केजरीवाल की पार्टी पर खुलकर खालिस्तान का समर्थन करने का आरोप लगाया था। इसे लेकर आप को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था। इसके बाद आप ने बेदी को पार्टी के सभी पदों से निष्कासित कर दिया था। हिमाचल प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है जिसके चलते राज्य में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं।