दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने राजधानी के इंद्रप्रस्थ डिपो से 100 लो-फ्लोर वातानुकूलित सीएनजी बसों और एक प्रोटोटाइप इलेक्ट्रिक बस को हरी झंडी दिखाई। कैलाश गहलोत के मुताबिक, ये बसें आधुनिक तथा पर्यावरण के अनुकूल हैं और शहर में प्रदूषण को कम करने में मदद करेंगी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी जनवरी में 100 लो-फ्लोर वातानुकूलित संपीड़ित प्राकृतिक गैस बसों और एक प्रोटोटाइप इलेक्ट्रिक बस को हरी झंडी दिखाई थी। गहलोत ने तब कहा था कि सरकार, अप्रैल तक 300 ‘इलेक्ट्रिक’ बसें चलाने के लिए प्रयास कर रही है।
इलेक्ट्रिक बस में दिव्यांग और महिला यात्रियों के लिए विशेष सुविधा दी जायेगी, जहां दिव्यांग यात्रियों को घुटनों के बल चढ़ने के लिए विशेष रैंप होगा। जबकि महिलओं के लिए विशेष गुलाबी सीटों का इंतेजाम किया जायेगा। दिल्ली के सार्वजनकि परिवहन बेड़े में शामिल इलेक्ट्रिक बस को सीसीटीवी कैमरों से लैस किया जायेगा, साथ ही कश्मीरी गेट पर टू-वे सेंट्रल कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की स्थापना और हर बस में 10 पैनिक बटन और एक एक हूटर लगाया जाएगा।