महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और लोकसभा अध्यक्ष रहे मनोहर जोशी का निधन

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मुंबई। लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष मनोहर जोशी का शुक्रवार को मुंबई के पी डी हिंदुजा अस्पताल में निधन हो गया। अस्पताल ने बताया कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री जोशी (86) को दिल का दौरा पड़ने के बाद 21 फरवरी को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने शुक्रवार तड़के अंतिम सांस ली। जोशी को पिछले वर्ष मई में मस्तिष्काघात के बाद भी इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जोशी सर के नाम से लोकप्रिय मनोहर जोशी अविभाजित शिवसेना से राज्य के मुख्यमंत्री बनने वाले पहले नेता थे और उन्होंने 1995 से 1999 तक इस पद पर सेवाएं दीं। जोशी संसद के सदस्य भी चुने गए थे और वह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में 2002 से 2004 तक लोकसभा अध्यक्ष रहे। महाराष्ट्र के तटीय कोंकण क्षेत्र में दो दिसंबर 1937 को जन्मे जोशी ने मुंबई के प्रतिष्ठित वीरमाता जीजाबाई तंत्रज्ञान संस्था (वीजेटीआई) से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की थी।

उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल होने के साथ हुई और बाद में वह शिवसेना के सदस्य बन गए। जोशी 1980 के दशक में शिवसेना के एक प्रमुख नेता के रूप में उभरे। वह अपने संगठनात्मक कौशल के लिए जाने जाते थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री जोशी का विवाह अनघा जोशी से हुआ था जिनका 2020 में 75 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। जोशी के परिवार में एक बेटा और दो बेटियां हैं। जोशी ने अपना करियर एक शिक्षक के रूप में शुरू किया था और 1967 में उन्होंने राजनीति की ओर रुख किया। वह चार दशक से अधिक समय तक शिवसेना से जुड़े रहे। वह 1968 से 1970 के दौरान मुंबई में नगर निगम पार्षद और 1970 में मुंबई नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष रहे। वह 1976 से 1977 के दौरान मुंबई के महापौर थे। इसके बाद वह 1972 में महाराष्ट्र विधान परिषद के लिए चुने गए।

विधान परिषद में तीन कार्यकाल तक बने रहने के बाद जोशी 1990 महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुने गए और 1990 से 1991 के दौरान विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे। जोशी ने 1999 के आम चुनावों में मुंबई उत्तर-मध्य लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से शिवसेना के उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की और वह बाद में केंद्रीय भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्री बने। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जोशी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि राज्य ने राजनीति का एक ”सौम्य चेहरा” खो दिया है। जब जोशी मुख्यमंत्री थे तब गडकरी महाराष्ट्र मंत्रिमंडल के सदस्य थे। जोशी के परिवार ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार दादर इलाके के शिवाजी पार्क श्मशान में किया जाएगा।

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