दिल्ली के कई हिस्सों में गुरुवार को लगातार सातवें दिन लू जारी रही और भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि यहां 16 जून तक भीषण गर्मी से बड़ी राहत की कोई संभावना नहीं है। दिल्ली के आधार मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला ने अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जो सामान्य से चार डिग्री अधिक है। यहां के 11 मौसम केंद्रों में से तीन ने बृहस्पतिवार को लू की स्थिति दर्ज की। मुंगेशपुर में पारा 46.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के साथ ही यह शहर का सबसे गर्म स्थल रहा। पीतमपुरा, नजफगढ़ और रिज मौसम केद्रों ने अधिकतम तापमान क्रमश: 45.3 डिग्री, 45.4 डिग्री एवं 45.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया।
मौसम विज्ञानियों ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में सप्ताहांत तक अधिकतम तामपान थोड़ा कम होगा लेकिन 15 जून तक किसी बड़ी राहत की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि नम पूर्वी हवाओं से 16 जून से इस में बड़ी राहत आएगी। वरिष्ठ आईएमडी वैज्ञानिक आर के जेनामणि ने कहा कि सप्ताहांत दिल्ली में बादल छाएंगे लेकिन वर्षा की संभावना कम ही है। यहां तामपान 40 और 43 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा।
मौसम विशेषज्ञों ने लू की वजह मजबूत पश्चिमी विक्षोभ की कमी तथा लगातार गर्म एवं शुष्क पछुआ हवा को बताया है। स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (जलवायु परिवर्तन एवं मौसम विज्ञान) महेश पालावत ने कहा कि मानसून के सामान्य तारीख 27 जून के आसपास ही दिल्ली पहुंचने की संभावना है और उन्हें कोई ऐसी समस्या नजर नहीं आ रही है जिससे मानसून के आगे बढ़ने में दिक्कत हो। उन्होंने कहा कि स्पष्ट तस्वीर एक या दो हफ्ते में सामने आ जाएगी। पिछले साल आईएमडी ने अनुमान व्यक्त किया था कि मानसून सामान्य तिथि से करीब दो हफ्ते पहले ही दिल्ली पहुंच जाएगा लेकिन यह 13 जुलाई को पहुंचा और इस तरह 19 साल में पहली बार इसके राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने में इतनी देरी हुई।