कांग्रेस नेता राहुल गांधी के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ताल्लुक सामान्य जाति की श्रेणी से होने का दावा करने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि गुजरात में कांग्रेस सरकार ने ही मोदी की जाति को 1994 में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की श्रेणी में शामिल किया था। शाह ने एक कार्यक्रम में कहा कि केंद्र ने प्रधानमंत्री मोदी की जाति को साल 2000 में केंद्रीय ओबीसी सूची में शामिल किया था। उन्होंने कहा कि उस समय मोदी न तो सांसद थे, न विधायक और न ही सरपंच थे। राहुल ने आठ फरवरी को ओडिशा में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के तीसरे एवं अंतिम दिन एक संक्षिप्त भाषण में कहा था कि मोदी ‘का जन्म ऐसे परिवार में हुआ जो सामान्य जाति की श्रेणी में आता है।
कांग्रेस नेता ने कहा था, मोदी जी लोगों को यह कह कर गुमराह करते आ रहे हैं कि वह अन्य पिछड़ा वर्ग से हैं। मोदी का जन्म तेली जाति में हुआ था, जिसे 2000 में गुजरात में भारतीय जनता पार्टी सरकार के कार्यकाल के दौरान ओबीसी में शामिल किया गया। इस प्रकार से मोदी जी जन्म से ओबीसी नहीं हैं। इस पर पलटवार करते हुए शाह ने कहा कि राहुल गांधी की बार-बार झूठ बोलने की आदत है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री मोदी जैसे महान नेता की जाति पर बहस हो रही है। उन्होंने कहा, कांग्रेस का बताना चाहिए कि उसने ओबीसी के लिए क्या किया। उसने वर्षों तक काका कालेलकर और मंडल आयोग की रिपोर्ट को लागू नहीं किया था। केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने ही ओबीसी को संवैधानिक मान्यता दी, ओबीसी आयोग गठित किया, केंद्रीय परीक्षाओं में ओबीसी को आरक्षण दिया।