प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि देश ने पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथनॉल मिलाने का लक्ष्य समय से पहले हासिल कर लिया है। प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से 76वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए ऊर्जा के मामले में स्वतंत्रता और आत्मनिर्भर होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, हमें ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने की जरूरत है।
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक और उपभोक्ता देश है। हम अपनी अपनी तेल जरूरतों का 85 प्रतिशत और गैस जरूरतों का 50 प्रतिशत आयात से पूरा करते हैं। मोदी ने कहा, हमें ऊर्जा स्वतंत्रता के लिये सौर ऊर्जा से लेकर हाइड्रोजन मिशन तथा इलेक्ट्रिक वाहनों जैसे कदमों को अगले स्तर पर ले जाने की जरूरत है। सरकार तेल आयात पर निर्भरता कम करने के लिये पेट्रोल में एथनॉल मिलाने पर जोर दे रही है। एथनॉल चावल और गेहूं के भूसे, गन्ने की खोई आदि से बनायी जाती है।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण का लक्ष्य तय समय से पहले ही प्राप्त कर लिया है। यह लक्ष्य नवंबर, 2022 तक पूरा होना था, लेकिन इसे पांच महीने पहले ही जून में हासिल कर लिया गया है। राष्ट्रीय जैव-ईंधन नीति के तहत संशोधित लक्ष्य के अंतर्गत 2025-26 तक 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण का लक्ष्य रखा है। प्रधानमंत्री ने पिछले सप्ताह कहा था कि पेट्रोल में एथनॉल मिलाने से बीते सात-आठ साल में देश के करीब 50 हजार करोड़ रुपये विदेश जाने से बचे हैं और करीब इतनी ही राशि एथनॉल मिश्रण के कारण किसानों को मिली है।