कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी आरएसएस-भाजपा की ”जहरीली मानसिकता” से नहीं डरेगी और राहुल गांधी को दी गई धमकियों के खिलाफ आंदोलन करेगी। उन्होंने गांधी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वाले भाजपा नेताओं पर कार्रवाई में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विफल रहने पर भी सवाल उठाया। खरगे ने जम्मू में संवाददाता सम्मेलन में दावा किया, ”भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता, जिनमें विधायक और सांसद भी शामिल हैं, हमारे नेताओं की जुबान काटने की बात करते हैं। सच बोलने पर (लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष) राहुल गांधी पर हमला किया जाता है और उनके खिलाफ नफरत का माहौल बनाया जाता है, जैसा कि (उनकी दादी) इंदिरा गांधी के खिलाफ किया गया था। खरगे ने कहा, प्रधानमंत्री भाजपा और आरएसएस के ऐसे भड़काऊ भाषणों को नजरअंदाज कर देते हैं। प्रधानमंत्री इन नेताओं पर लगाम लगाने और इनके खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहे हैं, क्योंकि वह उनसे डरते हैं।” विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने जम्मू पहुंचे खरगे ने कहा कि राहुल गांधी को ”आतंकवादी” और ”राष्ट्र-विरोधी” करार दिया जा रहा है।
उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री इस तरह के बयानों को बढ़ावा दे रहे हैं और कार्रवाई नहीं कर लोगों को उकसा रहे हैं। भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”अगर कोई कांग्रेस को डराने की कोशिश कर रहा है तो हम डरने वाले नहीं हैं। जो लोग हमें डराने की कोशिश कर रहे हैं, वे आजादी की लड़ाई के दौरान घर बैठे थे। हमारे लोगों ने लड़ाई लड़ी और अपने प्राण न्यौछावर किए। गांधी परिवार का बलिदान का इतिहास रहा है, लोगों को बताएं कि आपका क्या योगदान था।” कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने देश के लिए अपनी जान दे दी और ”वे (आरएसएस-भाजपा) हमारे नेताओं की जुबान काटने की बात कर रहे हैं, राहुल को आतंकवादी और राष्ट्र-विरोधी बता रहे हैं।” उन्होंने कहा, ”हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे, हम इसके खिलाफ आंदोलन शुरू करेंगे।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोगों को आरएसएस-भाजपा की ”जहरीली मानसिकता” के बारे में बताएगी। खरगे ने कहा, ”उन्हें हटाना और जम्मू-कश्मीर को बचाना जरूरी है। यह हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है।” उन्होंने भाजपा पर झूठ फैलाने का भी आरोप लगाया, खासकर चुनावों के दौरान।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”उनके सारे वादे जुमले बन कर रह गए हैं, जबकि हम अपने सारे वादे पूरे करने के अपने फैसले पर अडिग हैं।” जम्मू-कश्मीर के लोगों से किये गए पार्टी के चुनावी वादों को रेखांकित करते हुए खरगे ने कहा कि कांग्रेस, राज्य का दर्जा बहाल करने, अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को उचित आरक्षण देने तथा मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा घोषित पैकेज के अनुरूप कश्मीरी पंडितों की वापसी एवं पुनर्वास के लिए अपने प्रयास जारी रखेगी। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में बेरोजगार युवाओं को पांच लाख नौकरियां देने के भाजपा के वादे पर भी सवाल उठाया। खरगे ने आरोप लगाया कि भाजपा अपने 10 साल के शासन के दौरान रोजगार देने में विफल रही और अब वह झूठे वादों से जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, ”जम्मू-कश्मीर में बेरोजगारी दर 35 प्रतिशत है। पिछले 10 सालों में आपके (भाजपा) पास काफी समय था और आपने उपराज्यपाल को काफी शक्तियां दी हैं।
अगर आपने कोशिश की होती तो यह काम एक महीने में ही हो जाता।” उन्होंने युवाओं को भरोसा दिलाया कि जब नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ उनकी पार्टी की गठबंधन सरकार सत्ता में आएगी तो कांग्रेस एक लाख नौकरियां उपलब्ध कराएगी। खरगे ने प्रधानमंत्री द्वारा रेलवे और सड़क नेटवर्क के निर्माण का श्रेय लेने पर भी सवाल उठाया और आरोप लगाया कि उनके कार्यकाल में शांति, समृद्धि और विकास के भाजपा के दावे झूठे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”रेलवे और राजमार्ग परियोजनाओं पर काम कांग्रेस के कार्यकाल में शुरू हुआ था। उन्हें (भाजपा नेताओं को) बताना चाहिए कि उन्होंने (जम्मू-कश्मीर में) क्या नया किया है।” उन्होंने आतंकवाद के खात्मे के भाजपा के दावों पर भी सवाल उठाए। खरगे ने आरोप लगाया, ”उन्हें बताना चाहिए कि अन्य स्थानों (जिन्हें पहले शांतिपूर्ण घोषित किया गया था) पर आतंकवादी घटनाएं क्यों हो रही हैं। हाथी के दांत खाने के और दिखाने के और। मोदी और (गृह मंत्री अमित) शाह जुमले गढ़ रहे हैं और वोट मांगने के लिए उनका प्रचार कर रहे हैं।