Delhi MCD Election 2022: …तो क्या दिल्ली एमसीडी चुनाव से पहले खत्म हो जाएगा आप और विपक्ष के बीच का यह विवाद? जानें नगर निगम का प्लान

0
165

तीनों निगमों का एकीकरण होने के बाद उत्तरी दिल्ली नगर निगम और दक्षिण दिल्ली नगर निगम के बीच चल रहा 2457 करोड़ रुपये का किराया राशि का विवाद खत्म हो जाएगा। इस राशि को लेकर आप पार्टी के नेता विपक्ष और पार्षद घोटाले का आरोप उत्तरी निगम पर लगाते आ रहे हैं। इस जानकारी देते हुए उत्तरी निगम के पूर्व महापौर जयप्रकाश का कहना है कि बंटवारे के समय दक्षिण को आधा मेंटीनेंस देने के लिए तय हुआ था जो दक्षिण निगम दे रहा है।

जानकारी के मुताबिक उत्तरी निगम में नेता विपक्ष सहित अन्य पार्षदों ने 2457 करोड़ रुपये के घोटाला होने के मुद्दे को सदन और स्थायी समिति की बैठक में उठाया था। इस राशि के विवाद हो लेकर आज भी आप और भाजपा के पार्षदों के बीच एक दूसरे पर आरोप -प्रत्यारोप का सिलसिला चल रहा है। इस संबंध में पूर्व महापौर जयप्रकाश का कहना है कि उत्तरी निगम की आर्थिक स्थिति को देखते हुए करीब तीन साल पहले राजस्व बढ़ाने के लिए उत्तरी निगम की बैलेंस शीट में इस राशि को शामिल किया गया था। तभी यह राशि प्रत्येक वित्त वर्ष में बकाया राशि के तौर पर सामने आती है।

उन्होंने बताया कि जब निगम का बंटवारा हुआ था तो दक्षिण निगम से किराया देने की कोई बात नहीं थी बल्कि मेंटीनेंस देने की बात थी जो प्रतिमाह दक्षिण निगम से आधा लिया जाता है। उनका कहना है कि तीनों निगमों का एकीकरण होने के बाद यह विवाद समाप्त हो जाएगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here