Delhi ki khabar Hindi mein| दिल्ली की ख़बर हिंदी में
नई दिल्ली, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और भाजपा के बीच एक बार फिर तलवारें खिंच गई है। कश्मीरी शिक्षको को दिल्ली सरकार के स्कूलों में स्थायी करने को लेकर मामला इस कदर उलझ गया है की भाजपा और आप दोनों राजनीतिक दल एक दूसरे को गलत साबित करने मे लगे है।
क्या है पूरा मामला
केजरीवाल सरकार ने पिछले दिनों ये कहकर कश्मीरी पंडितों का हितैषी बनने की कोशिश की थी कि कश्मीरी पंडितों को फिल्म की जरूरत नही है। जरूरत उनके हित में काम करने की है। जैसे हमारी सरकार ने 200 से ज्यादा अस्थाई शिक्षको को स्थायी कर दिया। और किसी को खबर भी नही है। वे यही नही रुके आगे उन्होंने कहा कि भाजपा फिल्म की आड़ में राजनीति कर रही है। फिर क्या था भाजपा नेताओं ने अरविंद केजरीवाल पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए अपने समर्थन में एक पत्र जारी किया।
कोर्ट का आदेश
इस पत्र के हवाले से भाजपा का आरोप है कि कोर्ट के आदेश पर दिल्ली सरकार को आदेश दिया था कि वह काश्मीरी पंडितों की मांग को पूरा करे। उन्हें जल्द स्थायी किया जाए।
आप का आरोप
शाम होते-होते आप प्रवक्ता आतिशी ने प्रेसवार्ता कर दस्तावेज़ों का एक पुलिंदा वितरित कर भाजपा पर आरोप लगाया कि कश्मीरी पंडितों की विरोधी है BJP! उन्होंने कहा कि
Kejriwal सरकार Kashmiri Migrant Teachers की नौकरी कर रही थी पक्की, भाजपा के LG और Home Ministry ने किया विरोध!
आखिर भाजपा कश्मीरी पंडितों के साथ इतनी गंदी राजनीति क्यों कर रही है?
क्या कहा भाजपा नेता संबित पात्रा ने
मैं अपनी सुविधा के लिए हर बार रंग बदल लेता हूँ
वोट के लिए ईमान बदल लेता हूँ।
मेरा नाम है अरविंद केजरीवाल
सच को छुपाने के लिए झूठ का चोला पहन लेता हूँ। मैंनें हर झूठ को सच बनाया है, तुष्टीकरण की राजनीति से भोली भाली जनता को बरगलाया है।